आंगनबाड़ी केंद्र डुमरकोट जरहापारा वार्ड क्रमांक 6, के आंगनबाड़ी केंद्र 2 जर्जर अवस्था में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने निजी घरों से करवा रहे पढ़ाई
TOP NEWS Chhattisgarh भानुप्रतापपुर से संतोष बाजपेयी की रिपोर्ट*
*भानुप्रतापपुर*
छत्तीसगढ़ शासन की ओर से छोटे-छोटे बच्चों के अच्छे विकास,पोषण व आरंभिक शिक्षा के पीछे बहुत बड़े पैमाने पर पैसे बहा रही है। इस काम के लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रहीं हैं। ऐसे में बहुत सारे आंगनबाड़ी तो सुचारू रूप से संचालित होते हैं,लेकिन कई ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र भी हैं, जिनकी स्थिति देखकर प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान लग जाते हैं। डुमरकोट जरहापारा के वार्ड क्रमांक 06 में बने आंगनबाड़ी केंद्र भी उन्हीं में से एक है, जो अव्यवस्थाओं की मार झेल रहा हैं। गौरतलब है कि गांव के आंगनबाड़ी क्रमांक 02 में बने आंगनबाड़ी केंद्र के भवन लगभग 12 साल पहले बनाए गए थे। लेकिन ये भवन अब धीरे-धीरे जर्जर अवस्था में तब्दील होता जा रहा हैं। यही नहीं इस भवन के आधा हिस्सा जमीन के अंदर धस्ता जा रहा हैं। भवन जर्जर हो चुका हैं। इसके बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भोजबत्ती टेकाम ने बच्चो को अपने मकान पर लेजाकर पढ़ाई करा रही हैं। 12 साल पहले बने इस भवन की दीवारों में मोटी-मोटी दरारें आ गई हैं। इससे दीवारें कमजोर पड़ने लगी हैं।
स्थानीय निवासी बिरेंद्र कुमार सलाम, गन्नुराम जुर्री कल्याण सिंह गोटा, बिंदाबाई सलाम, अंजोर सिहं तुमरेटि, गोवर्धन तुमरेटि, अघनसिहं तुमरेटि, अनुराधा सलाम, उर्वशी, सरस्वती बताते हैं कि 12 साल पहले आंगनबाड़ी भवन बनाए गए थे। लेकिन अब आंगनबाड़ी भवन का अधिकांश हिस्सा तो जमीन के अंदर धंस गया है। ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने घर से आंगनबाड़ी चला रही है। इन जर्जर भवनों को देखकर ऐसा लगता है कि यह कभी भी धराशायी हो सकती हैं। प्रशासन को बच्चों का ध्यान रखते हुए इन की मरम्मत कराना चाहिए।
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