कच्चे से अंतागढ सड़क में खुलने लगी भ्रष्टाचार की परत*

0


*158.82 करोड़ की सड़क चंद महीनों में ही जगह जगह पर उखाड़ने व धसने लगी*


*TOP NEWS Chhattisgarh से संतोष बाजपेयी की रिपोर्ट*


*भानुप्रतापपुर*

भानुप्रतापपुर क्षेत्र में करोड़ों की लागत से सड़कों का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन गुणवत्ता के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। लोक निर्माण विभाग की देखरेख में हालही में बनाई एक सड़क पर कई गड्ढे हो गए हैं। हिल ब्रो मेटेलिस एंड कंट्रक्शन रायगढ़ की कंपनी द्वारा 158.82 करोड़ की लागत से कच्चे से अंतागढ़ तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। इस सड़क में तीन महीने पहले ही डामरीकरण का कार्य किया गया था लेकिन चंद दिनों में जगह-जगह उखाड़ने व धसने लग गई हैं। निर्माण के शुरुआत से ही ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों द्वारा सड़क की गुडवत्ता को लेकर विभाग से कई बार आग्रह व प्रदर्शन भी किया गया हैं लेकिन ठेकेदार की ऊंची पहुंच होने के कारण अधिकारी ठेकेदार के सामने बौने पड़ गए। अब केवटी, पेवारी, आसुलखार क्षेत्र के ग्रामीण गुडवत्ताहीन सड़क निर्माण को लेकर उग्र प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं।

*नाम बड़े पर दर्शन छोटे*

ज्ञात हो कि कच्चे से अंतागढ़ 43 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग के द्वारा कराया जा रहा हैं। सड़क की गुडवत्ता इतना खराब हैं कि सड़क तीन महीनों में उखड़ने व धसने लग गया हैं। 158.82 करोड़ की सड़क निर्माण का कार्य प्रदेश के बड़ी फेमस हिल ब्रो मेटेलिस एंड कंट्रक्शन रायगढ़ के कंपनी को दिया गया हैं उसके बावजूद सड़क में गुडवत्ता नहीं आई। चंद दिनों में ही सड़क उखड़ने लगी और बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। जितना बड़ा कंपनी का नाम उतना ही घटिया काम इसे ही कहते हैं नाम बड़े और दर्शन छोटे,

कई जगहों से उखड़ी व धंसी सड़क 

केवटी से पेवारी के बीच निर्माणाधीन सड़क की गुडवत्ता इतनी ज्यादा खराब है कि तीन महीनों में जगह जगह बड़े गड्ढे हो गए हैं, कई जगहों से धसने भी लगी है। आसुलखार के आगे सड़क पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। करोड़ो की सड़क का तीन महीनों में ही उखड़ जाना विभाग के अधिकारियों के कार्यप्रणालियों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया हैं। अधिकारी कार्यवाही करने के बजाय ठेकेदार को लाभ पहुंचाने में लगे हुए हैं। यह सड़क निर्माणाधीन है और पूर्ण होने से पहले ही उखड़ने लगी है। गुणवत्ता को लेकर अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं देते वहीं ठेकेदार 5 साल गारंटी व मरम्मत की बात करते हैं। जानकारों के अनुसार सड़क की गुणवत्ता अच्छी होती तो इतनी जल्दी नहीं उखड़ती और बार बार मरम्मत की आवश्यकता नहीं पड़ती।


सड़क की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण करेंगे प्रदर्शन 

ठेकेदार द्वारा मनमर्जी से गुडवत्ताहीन सड़क का निर्माण किया जा रहा हैं। ग्रामीण व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा ठेकेदार के कर्मचारियों को सड़क निर्माण में गुडवत्ता लाने के लिए कई बार अवगत कराया गया हैं। लेकिन ठेकेदार अपनी ऊंची पहुंच दिखाकर अधिकारियों पर दबाव बनवा अपने मनमर्जी से कार्य कर रहा हैं। कोई सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीण अब उग्र आंदोलन की तैयारी में हैं।

मेजरमेंट बुक को भरते हैं ठेकेदार के मुंशी

निर्माण कार्यो की मोनिटरिंग करने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियर व सुपरवाइजर की होती है। कार्य की गुणवत्ता के हिसाब से इंजीनियर के द्वारा मेजरमेंट बुक को भरा जाना होता हैं। लेकिन ठेकेदार व अधिकारियों के उदासीनता व मिलीभगत के चलते ठेकेदार द्वारा मेजरमेंट बुक को अपने लोगों से भरवा कर विभाग के इंजीनियर से सिर्फ हस्ताक्षर करा अपना पैसा निकलवा लिया जाता है। कुल मिलाकर फर्जी मेजरमेंट बुक और गुडवत्ताहीन निर्माण कार्य करते हुए बड़े पैमाने पर विभाग में भ्रष्टाचार किया जा रहा है।


अनुविभागीय अधिकारी पीडब्ल्यूडी : शंकर गणवीर

सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा जो लापरवाही बरती जा रही हैं उसको सुधार करने के लिए ठेकेदार को पत्र लिखा गया हैं। असुलखार के पास जो सड़क धस गया है उसको उखाड़कर दुबारा बनाया जाएगा।

Share this article

Show comments
Hide comments

0 Comments

Post a Comment