बैराज जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने इसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने पटवारी पवन पांडे को ₹12,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई किसानों की याचिका पर आधारित थी और जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।कैसे हुआ खुलासा?एक किसान ने आरोप लगाया था कि पवन पांडे भूमि रिकॉर्ड करने के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही थी।
लोकेशन,बलरामपुर
Top news छत्तीसगढ़ रिपोर्टर सादाब अंसारी का
बैराज जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने इसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने पटवारी पवन पांडे को ₹12,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई किसानों की याचिका पर आधारित थी और जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।कैसे हुआ खुलासा?एक किसान ने आरोप लगाया था कि पवन पांडे भूमि रिकॉर्ड करने के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही थी।
किसान ने एसीबी से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के बाद एसीबी टीम ने जालसाज पटवारी को रंगे हाथ से पकड़ने की योजना बनाई।
घर से पकड़ा गया रंगे हाथ
एसीबी की टीम ने पवन पांडे को उसके घर पर रिश्वत लेकर न्यूजीलैंड ले जाया गया।
रिश्वत की नकदी लेते ही टीम ने मॉस्क पर कार्रवाई की और पांडे को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ जारी
के बाद पवन पांडे को राजपुर में रेस्टॉरेंट हाउस ले जाया गया।
बंद कमरे में एसीबी की टीम से पूछताछ की जा रही है।
शुरुआती जांच में संभावना यह है कि यह मामला अन्य बड़े निवेशकों या निवेशकों से जुड़े मामलों का खुलासा कर सकता है।किसानों में उथल-पुथल इस घटना से स्थानीय किसानों में उथल-पुथल मची हुई है।किसान संगठन लंबे समय से सरकारी गठबंधन के खिलाफ किसानों की आवाज उठा रहे थे। पवन पांडे के डॉक्टर से उनके आरोप सही साबित हुए हैं। इस कार्रवाई को सरकारी तंत्र में मजबूती और स्थिरता बनाए रखने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है । अधिकारियों ने जांच के बाद अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
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