गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी ग्रामीण प्रतिभाओं को नई दिशा देने वाला प्रयास...नया खेल मैदान का हुआ उद्घाटन
TOP NEWS छत्तीसगढ़ भानुप्रतापपुर से संतोष बाजपेयी की रिपोर्ट*
*भानुप्रतापपुर*
कांकेर ग्राम खमढोड़गी में पिछले चार वर्षो से बंसीलाल नेताम के प्रयासों से गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी का संचालन हो रहा है। इस अकादमी का मुख्य उद्देश्य बस्तर के आदिवासी अंचल में छुपी हुई खेल प्रतिभाओं को पहचान दिलाना और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। इस अकादमी ने अपने प्रयासों से बस्तर के बच्चों को खेल के क्षेत्र में न केवल प्रशिक्षित किया है बल्कि उन्हें एक नई दिशा भी प्रदान की है।
गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी के लिए हाल ही में एक नया खेल मैदान तैयार किया गया है, जिसका उद्घाटन 20 नवंबर बुधवार को हुआ। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि कन्हैया उसेंडी सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि के रूप में पुन्नू प्रधान अंर्तराष्ट्रीय धावक एवं मलेशिया गोल्ड मेडलिस्ट, मनेसिंग कावड़े संरक्षक आदिवासी समाज, प्यार सिंह मांडवी सरपंच ग्राम पंचायत कोकपुर, कृष्णा शोरी युवा प्रभाग आदिवासी समाज, प्रभा राम भगत प्रधान आरक्षक पुलिस लाइन कांकेर, भावेश सलाम पी.टी.ई. पुलिस लाईन, मंजीत साहू समर्थन संस्था सहित ग्रामवासियों और अतिथियों की उपस्थिति ने समारोह को और भव्य आयोजन हुआ।
गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी की उपलब्धियां - यह अकादमी बस्तर के बच्चों को निःशुल्क प्रशिक्षण देती है, जिसके चलते अनेक बच्चों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। इन खिलाड़ियों ने खेलों के माध्यम से न केवल अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है, बल्कि वे विभिन्न सरकारी विभागों, विशेष रूप से पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि अकादमी अपने उद्देश्यों को पूर्ण करने में सफल रही है।
बस्तर में खेल संस्कृति को बढ़ावा - बस्तर का आदिवासी क्षेत्र प्राकृतिक प्रतिभाओं से भरपूर है। यहां के बच्चों में खेल के प्रति अद्भुत रुचि और क्षमता है, लेकिन संसाधनों और मार्गदर्शन के अभाव में ये प्रतिभाएं अक्सर गुमनाम रह जाती थीं। गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी ने इन बच्चों को सही दिशा प्रदान की है। यह अकादमी न केवल खेल के तकनीकी पहलुओं पर ध्यान देती है, बल्कि बच्चों को अनुशासन, टीम वर्क और आत्मविश्वास भी सिखाती है।
समारोह में अतिथियों का योगदान - इस उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों ने बच्चों को प्रोत्साहित किया। कन्हैया उसेंडी ने अपने भाषण में कहा कि इस तरह की अकादमियां आदिवासी समाज के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। पुन्नू प्रधान ने अपनी यात्रा और संघर्ष की कहानी सुनाते हुए बच्चों को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि कैसे सही दिशा और मेहनत से कोई भी बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है।
ग्रामवासियों की भागीदारी और उत्साह - इस कार्यक्रम में समस्त ग्रामवासी, नव युवक मंडल, और गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी के साथी उपस्थित थे। गांव के लोगों ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ग्राम सभा के अध्यक्ष शिवराम उसेंडी और सामुदायिक वन प्रबंधन समिति के अध्यक्ष छबिलाल कुंजाम ने अपने वक्तव्यों में गांव के विकास और बच्चों की शिक्षा एवं खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी का भविष्य - गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी बस्तर के खेल क्षेत्र में एक नया अध्याय लिख रही है। यहां के बच्चे न केवल खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। यह अकादमी बच्चों को उनकी प्रतिभा के अनुसार प्रशिक्षित कर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास कर रही है।
इस अकादमी का भविष्य उज्जवल है, और यह बस्तर के आदिवासी क्षेत्र के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनी हुई है। कार्यक्रम के अंत में प्रभा राम भगत ने सभी अतिथियों और ग्रामवासियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह खेल मैदान और अकादमी का प्रयास तभी सफल होगा जब हम सब मिलकर बच्चों को प्रोत्साहित करेंगे और उनके लिए नए अवसर प्रदान करेंगे। गोटूल स्पोर्ट्स अकादमी का यह प्रयास समाज और खेल के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।
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