भारतीय जनता पार्टी सरकार ईडी और सीबीआई के माध्यम से विपक्षी नेताओं को जबरन झूठे प्रकरणों में फंसा कर उनकी राजनीति हत्या कर अपने नेताओं को जीताने का प्लान कर रही है

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बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ईडी  और सीबीआई के  माध्यम से विपक्षी नेताओं को जबरन झूठे प्रकरणों में फंसा कर उनकी राजनीति हत्या कर  अपने नेताओं को जीतने का  प्लान कर रही है
बस्तर संभाग बियुरो चिफ - नरेन्द्र भवानी

मामले मे मौर्य ने कहा है कि किसी भी देश और राज्य में योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने विकास को अंतिम रुप तक देने में प्रशासनिक अधिकारियों के बड़ी भूमिका होती है परंतु दुर्भाग्य के  साथ कहना पड़ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी राज्य में सरकार बनते ही अधिकारियों कर्मचारियों जिसमें कलेक्टर दीप्ति कलेक्टर सचिव जैसे प्रमुख पद ऊपर बैठ ऊंच पदो के अधिकारियों को एक  डायरी में नाम आने के कारण उन पर fir दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल की जा रहे हैं जो कि कहीं से भी ना संगत नहीं हैं आप सभी सम्मानित जन जानते हैं कि हर विभाग का में विभागीय  जांच और लोकपाल हैं पर लापरवाही की हद हैं विभागीय जांच मे तो समझ आएगा की वित्तीय गड़बड़ी या लाभ दिलाने के लिए पद का दुरुपयोग किया गया है और विभागीय अधिकारी  प्रशासन को चिट्ठी लिखता है कि उक्त अधिकारी हमारी विभागीय जांच में दूसरी पाया गया है इस पर कार्यवाही कर कष्ट करें परंतु छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार को बदनाम करने और गिरने के लिए अधिकारियों में हड़कंप  मचाने के लिए कई कलेक्टरों को आकारण जेल में डाल दिया गया है आज तक यह जिलों में बंद है मैं राज्य सरकार और केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं की क्या उच्च अधिकारियों की कोई विभागीय जांच हुई है या नहीं अगर भविष्य मैं कोई फैसला उनके फेवर में आता है तो क्या ईडी और सीबीआई उनसे माफी मांगेगा उन्हें हर्जाना देगी उनके सामाजिक मान प्रतिष्ठा को दोबारा और वापस लौट पाएगी ऐसे कई सारी बातें हैं जिसे प्रतीत होता है , देश ने टू जी स्प्रेक्तम घोटाला देखा है जो कि कोई घोटाला ही नही था , कैग रिपोर्ट का आधार मानकर मंत्री और कई अधिकारियों को जेल में डाल दिया गया था परंतु जब जांच हुआ तो कोई भी सबूत नही मिला , उल्टा  नरेंद्र मोदी सरकार ने कोर्ट में हलफनामा दिया कि कोई घोटाला सुबूत में नही मिला अतः कोई घोटाला हुआ ही नही l भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचार जांच के नाम पर जल्दबाजी कर रही है अगर उक्त अधिकारियों के पास भ्रष्टाचार के पूर्ण सबूत हैं उन्हें जेल में डालना चाहिए  पर उससे पहले विभागीय जांच  के  उपरांत जेल होना चाहिए परंतु जेल में बंद सौम्या के डायरी को आधार मानकर 78 से अधिक लोगों पर FIR की गई है जो की बिल्कुल भी न्यायिक प्रक्रिया और विधि के  विरुद्ध प्रतीत होता है अगर डायरी में किसी का नाम मात्र जाने से वह दोषी है तो उसे पर पहले जांच होनी चाहिए फिर एफआईआर होना चाहिए बिना जांच पड़ताल के अंग्रेजी राज ईस्ट इंडिया कंपनी आजादी की लड़ाई लड़ने वालों की तरह भारत  जनता पार्टी काम कर रही है भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद जिस प्रकार ईडी सीबीआई और तमाम जांच एजेंटीयों को ढाल बनाकर बीजेपी विपक्षी नेताओं पर अटैक कर रही है यह भारतीय लोकतंत्र के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करता हूं की स्वस्थ लोकतंत्र के लिए और भारतीय संवैधानिक एजेंसियों  की स्वायत्तता बचाए और विश्वनीयता बचाए रखने की जिम्मेदारी आपकी है आप देश के सर्वोच्च पदों पर बैठे हैं 10 साल आपको हो गए हैं परंतु आज भी आपकी मानसिकता विपक्षी  दलों के नेताओ को खत्म करने की जो गंदी सोच है उसे सोच को दूर करें, भारत देश में पहली बार देश की जांच एजेंटीयों की विश्वनीयता और स्वायत्ता पर सवाल खड़ा करने का काम अगर किसी प्रधानमंत्री ने किया है वह नरेंद्र मोदी ने किया है नरेंद्र मोदी के इशारे पर स्थानीय छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्री उन्हीं के तर्ज पर छत्तीसगढ़ के अधिकारी कर्मचारियों को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भविष्य में आपका भी हाल सौम्या ,समीर बिश्नोई , रानू साहू की तरह कर दिया जाएगा आप अगर हमारे हिसाब से काम नहीं करोगे 78 लोगों के बाद आप लोगों के नाम जोड़ दिया जाएगा एक प्रकार से देश के आईएएस आईपीएस और सेकंड क्लास के  कर्मचारियों पर मानसिक दबाव बनाकर अपना हित चाहने के लिए भारतीय जनता पार्टी अग्रसर है मैं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि आपके सत्ता में आने के बाद आप लोगों भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए क्या कदम उठाए विभागीय जांच प्रक्रिया को अपने कितना प्रोत्साहन दिया है , कितने  विभागीय जांच पड़ताल हुए और अखबारों  में आए हुए भ्रष्टाचार के  मामलों पर आपने कितने संज्ञान लिए ,भ्रष्टाचार इस देश से बंद होना चाहिए भ्रष्टाचार करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए परंतु भ्रष्टाचार का  मुद्दा बनाकर आप लोगों के द्वारा जबरन कहीं अधिकारी और नेताओं को फसाने का जो खेल खेला जा रहा है वह इस राज्य के हित में कतई उचित नहीं है बस्तर जैसे अंदरूनी क्षेत्रों में विकास का पहिया लेकर अपने जान जोखिम में डालकर पहुंचाने वालों पर  अधिकारी कर्मचारियों को कितना विश्वास में लेकर आप लोग काम कर रहे हैं भारतीय जनता पार्टी के नेता जबरन अपनी हिट को पूरा करने के लिए मानसिक रूप से दबाव बना रहे हैं पूरे प्रदेश के कर्मचारियों अधिकारियों कर्मचारियों पर मानसिक दबाव डाला जा रहा है कि आप हमारे हिसाब से काम नहीं करेंगे तो आपको नक्सली क्षेत्र में भेज दिया जाएगा या तो आप लोगों पर झूठे प्रकरण बनाकर जेल के सलाखों में डाल दिया जाए मैं प्रदेश के नई नवेले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मांग करता हूं की कर्मचारी की आवाज को सुने उनके तकलीफों को दूर करने का प्रयास करें अगर कोई भ्रष्टाचार में लिफ्ट पाया जाता है सुन पर भाग्य जांच के बाद तत्काल कार्रवाई कर उन्हें जेल में डाल देना चाहिए परंतु बिना भाग्य जांच के किसी भी अधिकारी कर्मचारियों पर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज न किया जाए उन्होंने जेल में डाला भारतीय जनता पार्टी हमारे प्रदेश के दो गद्दार नेता को आशीर्वाद अमरजीत भगत जबरन कॉल घोटाले एम और शराब घोटाले में सिर्फ एक डायरी के नाम पर फिर दर्ज किया गया है और स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं मैं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से कहता हूं तू अपने प्रधानमंत्री जी की चिट्ठी लिखा कि छत्तीसगढ़ स्वस्थ लोकतंत्र है स्वस्थ लोकतंत्र को जिंदा रहने दीजिए यहां वैचारिक मतभेद हो सकते हैं परंतु बदले की भावना की राजनीति छत्तीसगढ़ में कभी नहीं रही है परंतु मोदी सरकार आने के बाद छत्तीसगढ़ कुटराघाट करने का जो षड्यंत्र किया गया है उसे अब बंद कर देना चाहिए

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