पैराडाइज स्कूल मे सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई

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कांकेर:- पैराडाइज स्कूल मे सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई

पैराडाइज हायर सेकेण्डरी स्कूल में महिला शिक्षा के अग्रदूत समाज सेविका सावित्री बाई फुले की जन्म शताब्दी पैराडाइज स्कूल में मनाई गई इस अवसर पर सावित्री बाई फुले के छायाचित्र पर माल्या अर्पण कर सर्व धर्म प्रार्थना द्वारा उन्हे स्मरण किया गया। इस कार्यक्रम में प्राइमरी, मिडिल एवं हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं ने उनके जीवन एवं उनके कार्य को बताया। 

       असमा खान ने सावित्री बाई फुले की कुछ पक्तियों को बताते हुये कहा कि ’’महिलाओं को शिक्षित करके, हम पीढ़ियों को शिक्षित करते हैं और एक न्यायपूर्ण समाज को आकार देते हैं।’’सनाया मेश्राम ने सावित्री बाई फुले के जीवनी के बारे में बताते हुये कहा कि उनका सपना था ’’न्याय तब तक मिलना चाहिए जब तक कि वह कतार में खड़ी आखिरी महिला तक न पहुॅंच जाए।’’लियोगिनी ध्रुव ने सावित्री बाई फुले की कुछ पक्तियों को सुनाया ’’ज्ञान को वह प्रकाशस्तंभ बनने दें जो अज्ञानता के अंधकार को दूर करें।’’गौसिया फातिमा ने बताया की सावित्री बाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका हैं वह अपने पति महान समाज सुधारक ज्योतिबा राव फुले के साथ मिलकर उन्होंने बालिका शिक्षा पर उल्लेखनीय काम किये। इसी तरह याशिका तुरकर, यशस्वी पोर्टे एवं लक्ष्मीकांत जैन ने बताया की सावित्री बाई फुले ने बालिकाओं के लिये कई स्कूलों की स्थापना में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। 

इस कार्यक्रम को संपन्न कराने मे प्राचार्य रश्मि रजक, उप प्राचार्य हरिन्द्र गोलुगुरी, एडमिनिस्ट्रेटर हमीद खान, कोऑर्डिनेटर पूनम जीत कौर वरिष्ठ शिक्षक प्रीति झा, पवित्र बराई, रूबी खान, दीपांजली गोगोई, एस.मर्सी, शबाना परवीन, मेघा सेवा, अवतार सिंह, कृष्णापद कुंभकार, भारती सेठिया, प्रतीक सिह, संगीता भारती, जीतूदास माण्डले, सरिता मिश्रा, सुचिस्मिता खान, इतिश्री गोलुगुरी, अनिल कुमार ढाके, उज्जवल निर्मलकर, शांति लीना नेताम, रीया सोनी, प्रीतिलता सोरी, सुन्नदा शर्मा, शिखा मेहरा, रचना शर्मा, लक्ष्मीनारायण नामदेव, अपूर्वा ठाकुर, रामेश्वरी साहू, सुकदेव सरकार, पार्वती गजबल्ला, सलमा खान, पविन्द्र साहू, पेंकेटेश, तुलसी निषाद, रिंकी सेठी, शिल्पी पालित, देवश्री साहू, निधि साहू, सपना पाण्डे, कमलप्रीत कौर, संतोष ठाकुर, गीता नरेटी आदि शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा कार्यक्रम का संचालन बुषरा फातिमा ने किया।

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