जगदलपुर मे हजारो के साथ संवैधानिक हक अधिकार आंदोलन,एडिशनल कमीशनर को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन - नरेन्द्र भवानी /छ यु. म
प्रेस विज्ञप्ति
बस्तर समेत छत्तीसगढ़ मे बिगड़ते कानून व्यवस्था पर, एवं मसीही वर्ग के लोगो को धर्म के नाम पर, गैर संवैधानिक, गैर कानून तरीके से हो रहें उनके मौलिक अधिकारो का हनन पर,मार पिट, फसलो कि लूट पर,आज हुवा जगदलपुर मे हजारो के साथ संवैधानिक हक अधिकार आंदोलन,एडिशनल कमीशनर को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन - नरेन्द्र भवानी /छ यु. म
मसीही ईसाई धर्म मानने वालों को बस्तर संभाग अंतर्गत, घरों मे घुसकर, प्रार्थना पूजा स्थलों मे घुसकर जबरन धर्म को आधार बना कानून को तोड़ते हुवे कर रहें है लहूलुहान, प्राणघाती हमलो के खिलाफ न्याय कि गुहार लगाते मामले मे जांच कि मांग को लेकर, एडीशनल कमीशनर को दिया ज्ञापन - नरेन्द्र भवानी / छ. यु. म
मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेन्द्र भवानी ने संवैधानिक हक अधिकार आंदोलन का आगाज़ रायपुर के बाद आज दिनांक 13 मार्च को संभागीय स्तर मे बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर मे यही संवैधानिक अधिकार आंदोलन 2.0 यानी दूसरा चरण आंदोलन का किये थे आगाज़, जहां बस्तर संभाग के सभी जिले से मसीही ईसाई मानने वाले लोग समाज प्रमुख हजारो कि संख्या मे आकर इस आंदोलन मे हुवे शामिल
भवानी ने आगे बताया है कि उक्त मांगो लेकर सुबह 11:00 बजे से धरना शुरू कर लगभग 04:00 बजे संध्या बस्तर एडिशनल कमिश्नर जी को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन, एवं मांगो को विस्तार पुर्वक रख, हो रहे हमले कि निष्पक्षता से जांच करा दोषियों पर कार्यवाही करने कि बात कह, संविधान के अधिकारो का परिपलान सही रूप से कराने का रखा बात
वही भवानी मे आगे अपने बयान मे कहा है कि, हमारा देश भारत विश्व का सबसे अच्छा एवं प्रभावशाली रूप में भारतीय संविधान के द्वारा परिचालित होता आ रहा है, और हमारा देश विश्व स्तर पर विविधता में एकता का सही व सच्ची मिसाल के रूप में देखा जाता आ रहा है, जहां सभी धर्म व पंथ के लोग आपस में मिलकर भाईचारा व प्रेम सोहार्द्ध के साथ अपने-अपने आराध्य का आराधना,- प्रार्थना, पूजा - पाठ आदि निर्विघनता के साथ करते आ रहे हैं, परंतु वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग के अंतर्गत हर जिले मे कानून का परवाह किए बगैर धर्म के ठेकेदारों, असामाजिक तत्व के द्वारा जनमानस को भड़काकर एवं भीड़ एकत्रित कर वहां निवासरत ईसाई धर्म मानने वाले लोगों के विरुद्ध में धर्म के आधार पर लगातार घटनाएं कर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं,पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में धर्म आधारित सताव का अनेक घटनाएं घटित हो रही है, तथा इन धर्म आधारित घटनाओं में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है,क्षेत्र में निवासरथ कुछ चिन्हित लोगों को संघ के द्वारा सुनोयोजित ढंग से इन असवैधानिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, इन घटनाओं में पीड़ित के द्वारा पुलिस प्रशासन व अन्य संबंधित अधिकारियों के समक्ष लिखित व मौखिक शिकायत होने के बावजूद आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने में होता ही बढ़ती जा रही है,केवल खाना पूर्ति कर आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करने मे कोताहि बरती जा रही है, केवल खानापूर्ति कर आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण इस प्रकार के धर्म आधारित अपराधों की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है,तत्काल इन घटनाओं पर रोक नहीं लगाया जाता है, तो भविष्य में ऐसी घटनाओं में अनायास ही बढ़ोतरी होने की पूर्ण संभावना है, समय रहते इस प्रकार का संवैधानिक रूप से एक धर्म विशेष को मानने वाले के विरुद्ध धार्मिक प्रताड़ना के घटित हो रही घटनाओं को रोका जाना देश व राज्य के हित में होगा !
वही छत्तीसगढ़ युवा मंच संस्थापक भवानी ने कहा कि सम्बंधित अधिकारी आपसे देश व समाज हित में धर्म आधारित सतावे प्रताड़ना की घटनाओं को रोकने की दिशा में कार्यवाही करने का आदेश प्रदान करने पुरजोर मांग करता है, छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग में ईसाई समाज व ईसाई मानने वालों के ऊपर धर्म आधारित प्रताड़ना की घटनाओं में अत्यधिक वृद्धि हो रही है, जो कि शासन प्रशासन की उदासीनता है,जिस पर हमने इनका ध्यान आकर्षण करने का प्रयास कर जज्ञापन सौपे है
इस संवैधानिक हक अधिकार मे सम्मिलित जिला बस्तर, बीजापुर, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, गीदम संघठन, बचेली संघठन, भैरमगढ़ संघठन, समेत विशेष रूप से ग्रामीण फेलोशिप, मसीही जनजाति समाज संघठन, बस्तर फेलोशिप, इंटरडीनामीनेशन, नगरनार फेलोशिप,मसीही सघठनों का भरपूर साथ समर्थन रहा साथ ही बस्तर मुक्ति मोर्चा संस्थापक नवनीत चांद जी,राष्ट्रीयपरिषद के अध्यक्ष सतीश वान्खेड़े जी, बस्तर जिला के अनुसूचित जाती के अध्यक्ष विक्रम लहरे जी का भी साथ उपस्थिति समर्थन रहा
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