धर्मनांतरण के मुद्दों पर अब कांग्रेस के नेता भी भाजपा की बोली बोलने मे मजबूर ना होवें, मसीही समाज के ऊपर जबरन धर्मनांतरण का आरोप भाजपा लगाते ही रही है अब कांग्रेस कुछ नेता भी यह भाषा का उपयोग कर आग मे घी डालने का काम बंद करें, कांग्रेस दल सदैव सभी वर्ग हित की बात करता है,पर छत्तीसगढ़ मे कुछ कांग्रेस के नेताओ का बोल ना फिसले नहीं तो देंगे जवाब - नरेन्द्र भवानी / छ. यु. मंच /कांग्रेस नेता

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मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक व कांग्रेस के नेता नरेन्द्र भवानी नें बयान जारी कर कहा है की लगातार भाजपा मसीही समाज पर धर्मनांतरण का आरोप लगाता रहा है, पर अब छत्तीसगढ़ मे कांग्रेस के कुछ नेता वहीं धर्मनांतरण की बोली बोल वोट की राजनीति करने का प्रयास कर रही है,जो बेहद निंदनीय है, हम खुद कांग्रेस पार्टी मे है,बावजूद कांग्रेस के नेताओ द्वारा ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान बर्दास्त नहीं करेंगे*

*भवानी नें आगे कहा है की दरअसल छत्तीसगढ़ मे एक युवक नें धर्मनांतरण के दबाव पर आत्महत्या कर दी, जिसके बाद धर्म के नाम पर राज्य मे राजनीति गरमा गई,और उसके बाद नेताओ द्वारा बयान बाजी शुरू हों गई, और भाजपा द्वारा लगातार मसीही समाज के ऊपर धर्मनांतरण का आरोप लगाते ही रहे है, पर अब कांग्रेस के नेता प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष शुशील आनंद शुक्ला जी द्वारा इस कृत्य पर बयान जारी कर कह रहे है की भाजपा की सरकार मे संरक्षण मिलने से धर्मनांतरण बढ़ी, शहर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों मे धर्मान्तरण बढ़ा भाजपा की सरकार मे और फिर वर्ग संघर्ष भाजपा करवाती है जैसे बेतुकी बयान देकर भाजपा की बोली बोलने मे आतुर दिख रहे कांग्रेस के नेता जो बिलकुल भी ठीक नहीं है, इस मुद्दों पर संवैधानिक बयान देना उचित होगा, विधानसभा के पटल पर कांग्रेस के विधायको को इस धर्म के मुद्दों पर चुप्पी तोड़नी होगी, नियमानुसार संविधान के अनुसार चर्चा करना पड़ेगा,सदन मे बात रखना पड़ेगा,बात मसीही समाज के मान सम्मान का है,और मसीही समाज का मान सम्मान कोई फुटबाल नहीं जो कोई भी आए और इधर उधर लात के साथ उछालते रहे यह बर्दास्त नहीं होगा*


*भवानी नें आगे कहा है की धर्मनांतरण के दबाव मे एक युवक नें आत्म हत्या की, जिसका टिकरा उसके ही पत्नी परिवार पर फोड़ दिया गया,और कहा गया की उनकी पत्नी द्वारा धर्मनांतरण करने हेतू दबाव बना रही थी, पर यह कौन तय करेगा की उसकी पत्नी किस धर्म मे धर्मनांतरण करने की बात कही, यही बात कितना सच है या भी नहीं, और मृत भाई व उनकी पत्नी जिसे आरोपी माना गया है इनका वर्तमान धर्म कौन सा है यह कौन जांच करेगा और जब वह महिला मसीही ईसाई मे धर्मनांतरण की है तो उसका सबूत क्या है, कई सारे एंगल मे बात किया जा सकता है,पर नहीं राजनेताओ को फर्जी बयान बाजी कर बस सस्ती लोकप्रियता लेनी है, भले ही वर्ग विशेष के बिच संघर्ष हों जाए किसी को क्या फर्क पड़ता है, ऐसा कहना बोलना बर्दास्त नहीं करेंगे*

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