फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी पाने का मामला उजागर
कांकेर, छत्तीसगढ़ — जिले में एक बार फिर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी नौकरी प्राप्त करने का मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा 2023 में आयोजित व्यवहार न्यायाधीश (प्रवेश स्तर) भर्ती परीक्षा में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर चयनित कुमारी अतनु प्रसाद पर सवाल उठ रहे हैं।
बताया गया कि कुमारी अतनु प्रसाद, पिता श्री रमाशंकर प्रसाद, निवासी महलापारा तहसील बैकुंठपुर, जिला कोरिया, का चयन अनुसूचित जनजाति (माझी जाति) श्रेणी के तहत हुआ। जबकि वास्तविकता में भू-अधिकार अभिलेख ‘बी-1’ (कृषि वर्ष 2022-23) में उनकी जाति केवट (अन्य पिछड़ा वर्ग) के रूप में दर्ज है। उल्लेखनीय है कि अविभाजित मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी सूची में केवट जाति अन्य पिछड़ा वर्ग (क्रमांक-12) के तहत शामिल है।
सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपा। ब्लॉक अध्यक्ष छविन मंडावी के नेतृत्व में दिए गए इस ज्ञापन में दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की माँग की गई है। इस दौरान जिला प्रवक्ता भोज मंडावी, दुर्गेश मंडावी, मीनू तारम, सिया, तनु मंडावी, वर्षा मंडावी, किरन वट्टी, अजय सलाम, निलेश मंडावी सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।
सर्व आदिवासी समाज ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़े को रोका जा सके।
0 Comments
Post a Comment